Макар Грибоедов

Олег


Скачать книгу

Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег! Олег! Олег! Олег! Олег!

      – Олег?

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег! Олег! Олег! Олег! Олег!

      – Олег?

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Глава 2. Утро нового дня

      – Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег. Олег.

      – Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег!

      – Олег?

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег…

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег…

      – Олег!

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      – Олег?

      – Олег!

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.

      Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег. Олег.