कुछ भी नहीं मिला है, और यही कारण है कि वह इस समय इतना कमजोर है!”
“तुम अब घर जाओ, देखो, कहीं हमें बहुत देर न हो गई हो, और यदि वह अब भी हम लोगों के साथ है तो वापस आ जाओ और मुझे अपने उस स्कूटर पर ले चलो। अब जाओ, जल्दी करो!”
डिन लगभग उड़ते हुए दरवाजे से बाहर निकली और घर की ओर भागी।
जब डिन अपने पिता की जांच करने के लिए गई हुई थी, डा ने वहाँ जाने की तैयारी की, क्योंकि वह दिल ही दिल में जानती थी कि हेंग अभी मरा नहीं है, कुछ भी हो, पूरी तरह से नहीं। उसने कुछ बूटियाँ लीं और उन्हें एक थैले में रखा, अपने मुंह पर पानी के छींटे मारे और संभावित मोटर साइकिल की सवारी में उड़ने वाली धूल से बचने के लिए एक स्कार्फ से अपने बालों को बांध लिया। फिर वह बाहर आ कर अपनी भतीजी की प्रतीक्षा करने लगी।
डिन कुछ मिनटों के बाद धूल का बादल उड़ाती हुई आ पहुंची।
“जल्दी करो बुआ, माँ ने जल्दी आने के लिए कहा है, क्योंकि वह मरने ही वाले हैं।”
डा ने स्कूटर की साइड-काठी लगाई, जैसा कि एक महिला को शोभा देता था और वे चल पड़ीं, जबकि डिन के लंबे बाल उसके झुर्रियों वाले बूढ़े चेहरे पर दर्दनाक ढंग से कोड़े बरसा रहे थे और वह उनसे बचने की कोशिश कर रही थी। जैसे ही वे पहुंचे, डा कुलांचे भरती हुई चली, जो कि उसकी उम्र के लिहाज से काफी फुर्तीली थी, और घर में घुस गई।
“इतनी जल्दी आने के लिए बहुत धन्यवाद बुआ डा, वह शयनकक्ष में है।”
“हाँ, मेरा अंदाज़ा था कि वह बिस्तर पर होगा, अपनी प्यारी बकरियों के साथ नहीं!” उसने मच्छरदानी उठाई और लकड़ी के फर्श पर बिलकुल उसके सिर के पास बैठ गई। पहले उसने उसकी त्वचा को देखा, फिर उसके बालों और होंठों को और अंत में उसने उसकी आँखें खोलीं और उनमें झाँका।
“हम्म, समझी…. मुझे उसके पैर दिखाओ!” वान ने जल्दी से उसके पैर खोल दिये, फिर डा उन्हें दबाने और उनका नजदीकी से मुआइना करने के लिए उन पर झुक गई।
“हम्म, मैंने पहले