न्यायपूर्ण होती। लेकिन वह ऐसे किसी अपराध से पाक था।
उस रात, उम्मीद छोड़ देने के काफी दिन बाद.....उसने इसे सुना था। मलाची की दूर से आती गर्जना ने उसके पागल आंतरिक एकालाप को तोड़ दिया, जिसके साथ रोष की एक और पशुवत चीख भी शामिल थी। फिर उसे झटका लगा, उसने अपने ठीक ऊपर एक नन्ही बच्ची की आवाज़ सुनी, जो चिल्ला रही थी कि उसके कुत्ते को चोट न पहुंचाई जाए।
उसकी नन्ही, डरी हुई आवाज़ ने उसके अंदर कुछ तोड़ दिया, और उसमें मुक्त होने की इच्छा पैदा कर दी, ताकि वह उसे रात के अंधेरे में उन जानवरों से बचा सके।
"मलाची तुम्हारे कुत्ते को चोट नहीं पहुंचाएगा, नन्ही बच्ची," केन मन ही मन में फुसफुसाया।
यह सच था। मलाची किसी को भी चोट नहीं पहुंचा सकता था, जब तक कि वे उसके साथ किसी तरह का गंभीर अन्याय न करें..... विशेष तौर पर एक बच्चा। यह जान कर कि उसका दोस्त वहीं कहीं उसके ऊपर है, केन ने अपने अंदर जीवन की एक चिंगारी जलती हुई महसूस की। जब लड़की दोबारा चिल्लाई और उसने किसी कठोर चीज़ को धरती पर गिरते सुना तो उसे ग़ुस्सा आ गया। खून..... उसने ताज़े, छलकते हुए खून की महक सूंघ ली, जो नर्म मिट्टी को भेदते हुए उसकी ओर बह रहा था।
यह उसके सामने आने वाली सबसे स्वागत योग्य बात थी। गंध उसके दिमाग़ में घुस गई और इस बात ने कि वह उस तक पहुँच नहीं सकता, उसे पागलपन की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। एक लंबे समय से उसने एक बूंद भी नहीं पी थी इस वजह से वह काफी कमजोर हो चुका था......कि वह प्यास से मर रहा था, जबकि वह मर नहीं सकता था। तभी उसने अपनी एक उंगली में फड़कन महसूस की।
केन ने इस पर ध्यान केन्द्रित किया अपने दिमाग़ की बची-खुची ताक़त को एकत्रित कर के हिलने की कोशिश की। उसने गुजरे हुए दिनों को महसूस किया, और उन्हें अपने ऊपर की ज़मीन से आती हुई गर्मी पर आधारित किया। अब खून की गंध ने उसे चारों ओर से घेर लिया था और वह उसे प्रेरित